Sunday, September 7, 2008

सिंगुर मैं भी महाकाल

बंगाल की ये नियति रही है कि यहाँ जब भी विकास की बात होती है तो लेनिन की विचार धारा सामने आ जाती है सिंगुर मे जो चल रहा है वह गरीबों के लिए है लेकिन अमीरों की झोली से निकले पैसे ने सारी विचार धारा को समाप्त कर दिया

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